दुआओं

दुआओं

मंज़िल दुर सफ़र बहुत है छोटी सी ज़िंदगी की,
फ़िकर बहुत है मार डालती दुनिया कब की हमें,
लेकिन माँ की दुआओं में असर बहुत हैं |